Friday, June 13, 2008

ऋषिकेश भ्रमण एक आनंददायक अनुभव





























ऋषिकेश जाने का मुझे इस वर्ष मार्च में मोका मिला । मैं कई साल से ऋषिकेश में गंगा स्नान करने का सोच रहा था मगर जा ना सका । भारत के कई तीर्थों में मैं गया हूँ मगर जो आनंद गंगा के साफ व ठंडे पानी को स्पर्श करके आया वह आज तक कहीं नहीं आया । लक्ष्मन झूला से गंगा पार करना व दूसरे किनारे से शुद्ध गंगा जल भर कर लाना आत्मिक सुख देता है । मन करता है इस जगह कई दिन रहने का । इन तस्वीरों में मेरे साथ मेरी धर्म पत्नी कमलेश व मेरे रिश्तेदार श्रीमती रावत व उनका पुत्र अतुल है जिनके सहयोग से हमने यह यात्रा की। आप भी लुफ्ट उठाइए ।